Khaparde's Shirdi Diary~~~खापर्डे शिरडी डायरी~~~
१५ दिसम्बर , १९११ ~~~सुबह प्रार्थना के बाद मैं श्री शिंगणे और दरवेश साहेब फाल्के के साथ बातचीत करने बैठा | वे हाजी साहेब भी कहलाते हैं | उन्होंने बग़दाद , कान्सटेंटीनोपोल और मक्का , और आसपास के स्थानों की यात्रा की है | उनकी बातचीत बहुत ही सुखकर और उप्देश्कारी है | साईं महाराज उन्हें बहुत पसंद करते हैं , उनके लिए भोजन भिजवाते हैं और उनका बहुत ख्याल रखते हैं | मैंने साईं महाराज के , बाहर जाते हुए और बाद मैं फिर उनके मस्जिद लौटने पर , दर्शन किए | वे बहुत ही प्रसन्न मुद्रा में थे और हम सब णे उनकी बातों का आनन्द लिया | खाने के बाद मैं थोड़ी देर के लिए लेटा और फिर मेरे पुत्र बलवंत के द्वारा पड़े गए दिल्ली के एक विवरण को सुनने बैठ गया | फिर हम लोग मस्जिद गए , साईं महाराज के आशीष प्राप्त किए और बाद में शेज आरती के लिए गए |
जय साईं राम!!!